शास्त्रों की मान्यता है कि संधि क्षेत्र हमेशानाजुक और अशुभ होते हैं। जैसे मार्ग संधि (चौराहे-तिराहे), दिन-रात का संधि काल, ऋतु, लग्न औरग्रह के संधि स्थल आदि को शुभ नहीं मानते हैं। इसीप्रकार गंड-मूल नक्षत्र भी संधि क्षेत्र में आने सेनाजुक और दुष्परिणाम देने वाले होते हैं। शास्त्रों केअनुसार इन नक्षत्रों में जन्म लेने वाले बच्चों केसुखमय भविष्य के लिए इन नक्षत्रों की शांतिजरूरी है। मूल शांति कराने से इनके कारण लगने वाले दोष शांत हो जाते हैं।
The scriptures believe that the Sandhi areas are always and inauspicious. Such as Marg Sandhi (Crossroads-Tiraha), Day and Night Sandhi period, Ritu, Lagna and Sandhi sites of Graha etc. are not considered auspicious. Similarly, Gand-Mool Nakshatra are also army men who come in the area of the treaty and give ill effects. According to the scriptures, these nakshatras are peaceful for the future of children born in these nakshatras. By making basic peace, the faults caused by them are calmed.